5 मार्च 2024 लेटेस्ट निरंकारी गज़ल मुश्किलां दा हल लिरिक्स हिन्दी में अब जस्ट लिरिक्स पर उपलब्ध हैं। इस गज़ल के लिरिक्स मंजीत कौर मीशा जी ने लिखे हैं और विवेक नागपाल जी ने अपने सुरों से सजाया हैं।
लेटेस्ट निरंकारी गज़ल की जानकारी
क्र.सं. | विषय | जानकारी |
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1 | गीत का नाम | मुश्किलां दा हल |
2 | गायक | विवेक नागपाल जी |
3 | लेखक | मंजीत कौर मीशा जी |
4 | प्रकाशक | Blessed Vivek Nagpal |
5 | प्रकाशन तिथि | 5 मार्च 2024 |
लेटेस्ट निरंकारी गज़ल मुश्किलां दा हल लिरिक्स की वीडियो
लेटेस्ट निरंकारी गज़ल मुश्किलां दा हल लिरिक्स हिन्दी में
मुश्किलां जे देणीयां तां हल वी दे
मुश्किलां जे देणीयां तां हल वी दे
एै ख़ुदा जीण दा कोई वल वी दे
एै ख़ुदा जीण दा कोई वल वी दे
मुश्किलां जेह देणीयां………….
तपदेयाँ राहाँ ते जेकर तौरना ऐ
तपदेयाँ राहाँ ते जेकर तौरना ऐ….3
पीण दे लई थोड़ा जिन्ना जल वी दे
पीण दे लई थोड़ा जिन्ना जल वी दे
मुश्किलां जे देणीयां………….
जख्म ही हुण रिस रहे नें दिल अंदर
जख्म ही हुण रिस रहे नें दिल अंदर…..3
जीण दा कोई दा सुनेहरा पल वी दे
जीण दा कोई दा सुनेहरा पल वी दे
मुश्किलां जे देणीयां………….
मेरी मेहनत्त नूं कदे तां ला दे रंग
मेरी मेहनत्त नूं कदे तां ला दे रंग…….3
एै नही केहन्दी हमेशा फल ही दे
एै नही केहन्दी हमेशा फल ही दे
मुश्किलां जे देणीयां………….
जेह तूं चाहे खिड जांदे पत्थराँ चौं फुल
जेह तूं चाहे खिड जांदे पत्थराँ चौं फुल…….3
ईक नज़र रहमत्त दी साड्डे वल वी दे
मुश्किलां जे देणीयां तां हल वी दे
मुश्किलां जे देणीयां तां हल वी दे
एै ख़ुदा जीण दा कोई वल वी दे
एै ख़ुदा जीण दा कोई वल वी दे
मुश्किलां जे देणीयां………….