तेरी रहमतों का वयाँ करूँ लीरिक्स हिन्दी में आपको जस्ट लीरिक्स वैबसाइट पर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। यह एक निरंकारी गीत है जो यह दर्शाता है कि इस निरंकार प्रभू की रहमतों का वयां हम नहीं कर सकते।
गीत के बारे में जानकारी
क्रम सं. | विषय | जानकारी |
1 | गीत का नाम | तेरी रहमतों का वयाँ करूँ |
2 | लेखक | बाबू ओमी जी |
3 | गीतकार | निरंजन जी |
4 | संगीत प्रबन्धक | शुभदीप जी और अर्पित जी |
5 | एल्बम | महफ़िल – ए – रुहानियत (एपिसोड-1) |
6 | प्रकाशित कर्ता | सन्त निरंकारी मण्डल (रजि.), दिल्ली |
तेरी रहमतों का वयाँ करूँ लीरिक्स हिन्दी में
तेरी रहमतों का वयाँ करूँ
वो जुबां नहीं मेरे पास है
तेरी रहमतों का वयाँ करूँ
वो जुबां नहीं मेरे पास है
तू गुणों की खान है सतगुरु
अवगुण भरा तेरा दास है
तेरी रहमतों का वयाँ करूँ
कर के करम मेरे सतगुरु
तूने जब शरण में लगा लिया
जो जनम से ही मेरे साथ थे
मुझे उन दुखों से बचा लिया -2
मुझे मिल गयी यहाँ हर खुशी
वो जहाँ अभी भी उदास है
तेरी रहमतों का वयाँ करूँ
वो जुबां नहीं मेरे पास है
तेरी रहमतों का वयाँ करूँ
मेरा हर करम बुरा बुरा
तेरे हर करम में हैं नेकियाँ
मैं ज़मीं की ख़ाक तू आसमां
छूए कौन तेरी बुलंदियाँ
छूए कौन तेरी बुलंदियाँ
मैं हूँ क्या तू क्या है हर घड़ी
तेरी मेहर से एहसास है
तेरी रहमतों का वयाँ करूँ
वो जुबां नहीं मेरे पास है
तेरी रहमतों का वयाँ करूँ
मुझे हर कदम पे नवाजता
तू पिता मेरा तू है माँ मेरी
तेरी ममता प्यार की छाँव में
है बसी हुई दुनिया मेरी
है बसी हुई दुनिया मेरी
रहे आठों पहर आनंद में
तेरी गोद में जो निवास है
तेरी रहमतों का वयाँ करूँ
वो जुबां नहीं मेरे पास है
तेरी रहमतों का वयाँ करूँ
जो भी हूँ मैं जैसा हूँ सतगुरु
मुझे रखना चरणों में जोड़ के
बाबू ओमी जाऊंगा अब कहाँ
मैं चरण कमाल तेरे छोड़ के
मैं चरण कमाल तेरे छोड़ के
बीते वंदगी में ये ज़िंदगी
मुझे हर लम्हा ये ही आस है
तेरी रहमतों का वयाँ करूँ
वो जुबां नहीं मेरे पास है
तेरी रहमतों का वयाँ करूँ