
निरंकारी जगत में समर्पण दिवस पर निरंकारी गीत / भजन हरदेव दे प्यार दियाँ गल्लां लिरिक्स हिन्दी में अब जस्ट लिरिक्स पर उपलब्ध हैं । लिरिक्स प्राप्त करें …
निरंकारी जगत में युग दृष्टा बाबा हरदेव सिंह जी महाराज की याद में निरंकारी समर्पण दिवस मनाया जाता है । 13 मई 2016 को बाबा हरदेव सिंह जी महाराज इस नश्वर शरीर को त्याग कर अपने निराकार रूप में एक मिक हो गए थे। बाबा हरदेव सिंह जी महाराज के साथ साथ अपने इस जीवन की तोड़ गुरु चरणों में निभाते हुए पूज्य अवनीत सेतिया जी भी ब्रह्मलीन हो गए । तभी से 13 मई को हर वर्ष निरंकारी समर्पण दिवस के रूप में मनाया जाता है ।
26 वर्ष की आयु से निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज निरंकारी मिशन के प्रमुख के रूप में निरंकारी मिशन को सँभालते हुए आ रहे थे। पूर्ण सतगुरु बाबा हरदेव सिंह जी महाराज ने हमेश अपने आप को दास ही माना और इसी रूप में संगतों को प्यार बांटते रहे।
पूर्ण सतगुरु बाबा हरदेव सिंह जी महाराज ने अपना पूर्ण जीव ही संगत के लिए समर्पित कर रखा था। न तो उनके सोने का कोई समय था और ना ही संगतों को निहाल करने के लिए किसी यात्रा पर निकलने का। बाबा जी दिन रात संसार के कोने कोने में सत्य का सन्देश पहुँचाने के लिए जुटे रहते थे ।
संसार में शान्ति हो, आपसी भाईचारा हो , सभी एक दूसरे का सम्मान करें, इस जीवन की अपनी सारी जिम्मेदारियों को निभाते हुए इस परम पिता परमात्मा का बोध करके लोक सुखी और परलोक सुहेला करने आदि शिक्षाओं को देते हुए 62 वर्ष की आयु तक निरंकारी मिशन को जहां के कोने कोने तक पहुँचाने का प्रयास किया।
क्यूंकि बाबा हरदेव सिंह जी ने अपना सारा जीवन इस संसार के लिए समर्पित कर दिया था इसलिए इस दिन को निरंकारी समर्पण दिवस के रूप में मनाया जाता है।
निरंकारी जगत में समर्पण दिवस पर निरंकारी गीत / भजन हरदेव दे प्यार दियाँ गल्लां लिरिक्स हिन्दी में अब जस्ट लिरिक्स पर उपलब्ध हैं । लिरिक्स प्राप्त करें …
हरदेव दूजा नाम है लिरिक्स हिन्दी में निरंकारी समर्पण दिवस 2023 का गीत / भजन अब जस्ट लिरिक्स पर उपलब्ध है। इस निरंकारी गीत को लिरिक्स प्राप्त करें …
निरंकारी जगत में समर्पण दिवस पर निरंकारी गीत / भजन मेरे हरदेव पातशाह लिरिक्स अब जस्ट लिरिक्स पर उपलब्ध हैं । इस निरंकारी गीत को लिरिक्स प्राप्त करें …