हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी लोक गीत काला डोरा के लिरिक्स हिन्दी में अब जस्ट लिरिक्स पर उपलब्ध हैं । इस पहाड़ी लोक गीत को डोनी राणा जी और मोहित गर्ग जी ने अपने सुरों से सजाया है ।
पहाड़ी लोक गीत काला डोरा लिरिक्स हिन्दी में के बारे में जानकारी
क्र.सं. | विषय | जानकारी |
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1 | गीत का नाम | काला डोरा |
2 | गायक | डोनी राणा जी और मोहित गर्ग जी |
3 | लेखक | परंपरागत |
4 | प्रकाशक | D&G Productions |
पहाड़ी लोक गीत की विडियो
पहाड़ी लोक गीत काला डोरा लिरिक्स हिन्दी में
चिट्टा तेरा चोला ओ काला डोरा मेरया गद्दिया
चढ़ी वो चम्बे जो जाणा वो तेरी सोंह
इकि पासे लौंग दूजे बालू मेरिए गद्दणे
चढ़ी वो चम्बे जो जाणा तेरी सोंह
पैरां ते में सुन्नी हो मेरया गद्दिया
कियाँ वो चम्बे जो जाणा वो तेरी सोंह
पैरां जो तिझो मोचड़ू लेई औंगा
बालक लोरियाँ लाणा तेरी सोंह
चिट्टा तेरा चोला ओ काला डोरा मेरया गद्दिया
चढ़ी वो चम्बे जो जाणा वो तेरी सोंह
हत्थां ते में सुन्नी हो मेरया गद्दिया
कियाँ वो चम्बे जो जाणा वो तेरी सोंह
हत्थां जो तिझो गोजरु लई औंगा
बालक लोरियाँ लाणा तेरी सोंह
चिट्टा तेरा चोला ओ काला डोरा मेरया गद्दिया
चढ़ी वो चम्बे जो जाणा वो तेरी सोंह
लक्के ते में सुन्नी हो मेरया गद्दिया
कियाँ वो चम्बे जो जाणा वो तेरी सोंह
लक्का जो तिझो लुआंचड़ी लई औंगा
बणी ठणी चम्बे जो जाणा वो तेरी सोंह
गले ते में सुन्नी हो मेरया गद्दिया
कियाँ वो चम्बे जो जाणा वो तेरी सोंह
गले जो तिझो कैंठा वो लई औंगा
छण मण करदिया जाणा वो तेरी सोंह
चिट्टा तेरा चोला ओ काला डोरा मेरया गद्दिया
चढ़ी वो चम्बे जो जाणा वो तेरी सोंह
चढ़ी वो चम्बे जो जाणा तेरी सोंह
नचदयां गांदयां जाणा तेरी सोंह
चढ़ी वो चम्बे जो जाणा तेरी सोंह
चढ़ी वो चम्बे जो जाणा तेरी सोंह