23 फरवरी 2024 हिन्दी रोमांटिक गीत हल्की हल्की सी लिरिक्स हिन्दी में अब जस्ट लिरिक्स पर उपलब्ध हैं।
इस गीत के लिरिक्स संजीव चतुर्वेदी जी ने लिखे हैं और असीस कौर जी और साज भट्ट जी ने अपने सुरों से सजाया है।
हिन्दी रोमांटिक गीत की जानकारी
क्र.सं. | विषय | जानकारी |
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1 | गीत का नाम | हल्की हल्की सी |
2 | गायक | संजीव चतुर्वेदी जी |
3 | लेखक | असीस कौर जी और साज भट्ट जी |
4 | प्रकाशक | Play DMF |
5 | प्रकाशन तिथि | 23 फरवरी 2024 |
हिन्दी रोमांटिक गीत हल्की हल्की सी लिरिक्स की विडियो
हिन्दी रोमांटिक गीत हल्की हल्की सी लिरिक्स हिन्दी में
दिल ये लगता नहीं बिन तेरे अब कहीं
तुझसे बिछड़े हुये इक जमाना हुआ
दिल ये लगता नहीं बिन तेरे अब कहीं
तुझसे बिछड़े हुये इक जमाना हुआ
आजा वे माही आजा वे माही
आजा मेरे माही तेरी याद आ गयी
हल्की-हल्की सी बरसात आ गई
हल्की-हल्की सी बरसात आ गई
ओ माही तेरी याद बेहिसाब आ गई
हल्की-हल्की सी बरसात आ गई…..
ओ मेरे माही तेरी याद आ गई
मेरी आँखों में है बस तेरे ख्वाब माहीं
मेरे सीने में जिंदा तेरे जज्बात है
मैं हथेली पे तेरे दिल को
रख के बताऊंगी
धड़कन मेरी यारा बेताब है
आजा मेरे माही तेरी याद आ गई
हल्की-हल्की सी बरसात आ गई
हल्की-हल्की सी बरसात आ गई
ओ माही तेरी याद बेहिसाब आ गई
हल्की-हल्की सी बरसात आ गई…..
आजा मेरे माही ……
जितनी सांसें हैं बाकी सौंप दूंगा तुझे
तेरा हो के रहूंगा मैं सारी उमर
जश्नन की रात होगी तू मेरे साथ होगी
वार दूंगा जहां मैं तेरी चाहतों पर
आजा वे माही आजा वे माही
आजा मेरे माही तेरी याद आ गयी
हल्की-हल्की सी बरसात आ गई
हल्की-हल्की सी बरसात आ गई
ओ माही तेरी याद बेहिसाब आ गई
हल्की-हल्की सी बरसात आ गई…..
ओ माहिया आ जा वे
ओ माहिया आ जा वे …..