28 जुलाई 2024 लेटेस्ट निरंकारी गीत दिन रात मेरे सतगुरु लिरिक्स हिन्दी में अब जस्ट लिरिक्स पर उपलब्ध हैं। इस गीत के लिरिक्स इन्दर सिंह अनथक जी ने लिखे हैं और विवेक नागपाल जी ने अपने सुरों से सजाया है।
लेटेस्ट निरंकारी गीत की जानकारी
क्र.सं. | विषय | जानकारी |
---|---|---|
1 | गीत का नाम | दिन रात मेरे सतगुरु |
2 | गायक | विवेक नागपाल जी |
3 | लेखक | इन्दर सिंह अनथक जी |
4 | प्रकाशक | Blessed Vivek Nagpal |
5 | प्रकाशन तिथि | 28 जुलाई 2024 |
लेटेस्ट निरंकारी गीत दिन रात मेरे सतगुरु लिरिक्स की विडियो
लेटेस्ट निरंकारी गीत दिन रात मेरे सतगुरु लिरिक्स हिन्दी में
दिन रात मेरे सतगुरु तेरा ही आसरा
दिन रात मेरे सतगुरु तेरा ही आसरा
कोई नहीं कोई मेरा
कोई नहीं कोई मेरा दाता तेरे सिवा
दिन रात मेरे सतगुरु तेरा ही आसरा
दिन रात मेरे सतगुरु तेरा ही आसरा…
चरणा तों दूर अपणे महाराज ना करीं
चरणा तों दूर अपणे महाराज ना करीं
अपणे बगैर किसे दा मोहताज ना करीं
अपणे बगैर किसे दा मोहताज ना करीं
तेरे सहारे चलदा रहे
तेरे सहारे चलदा रहे जीवन दा काफिला
दिन रात मेरे सतगुरु तेरा ही आसरा
दिन रात मेरे सतगुरु तेरा ही आसरा…
तेरे ही गीत गौंदेयां गुजरे मेरी उमर
तेरे ही गीत गौंदेयां गुजरे मेरी उमर
देदे हमेशा वास्ते मेरी जुबां नू वर
देदे हमेशा वास्ते मेरी जुबां नू वर…2
अरदास है एहो मेरी
अरदास है एहो मेरी एहो है इलतजा
दिन रात मेरे सतगुरु तेरा ही आसरा
दिन रात मेरे सतगुरु तेरा ही आसरा…
मेरे दिल-ओ-दिमाग विच तेरा जा रहे ख्याल
मेरे दिल-ओ-दिमाग विच तेरा जा रहे ख्याल
उठदा नहीं ओहदों दिल च मेरे डर दा कोई सवाल
उठदा नहीं ओहदों दिल च मेरे डर दा कोई सवाल
अठ्ठे ही पैहर दिल च मेरे
अठ्ठे ही पैहर दिल च मेरे वासदा रहे दातया
दिन रात मेरे सतगुरु तेरा ही आसरा
दिन रात मेरे सतगुरु तेरा ही आसरा…
नईया मेरे यकीन दी सागर च तर रही
नईया मेरे यकीन दी सागर च तर रही
डोलण तों रखणा पातशाह फरियाद कर रही
डोलण तों रखणा पातशाह फरियाद कर रही
अनथक प्रीत आखिरी
अनथक प्रीत आखिरी दम तक मेरी निभा
दिन रात मेरे सतगुरु तेरा ही आसरा
दिन रात मेरे सतगुरु तेरा ही आसरा…