8 अप्रैल 2024 लेटेस्ट पंजाबी रोमांटिक गीत हुलारे लिरिक्स हिन्दी में अब जस्ट लिरिक्स पर उपलब्ध हैं।
इस गीत के लिरिक्स जस्सा ढिल्लों जी ने लिखे हैं और जस्सा ढिल्लों जी ने ही अपने सुरों से सजाया है।
लेटेस्ट पंजाबी रोमांटिक गीत की जानकारी
क्र.सं. | विषय | जानकारी |
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1 | गीत का नाम | हुलारे |
2 | गायक | जस्सा ढिल्लों जी |
3 | लेखक | जस्सा ढिल्लों जी |
4 | प्रकाशक | Jassa Dhillon |
5 | प्रकाशन तिथि | 8 अप्रैल 2024 |
लेटेस्ट पंजाबी रोमांटिक गीत हुलारे लिरिक्स की विडियो
लेटेस्ट पंजाबी रोमांटिक गीत हुलारे लिरिक्स हिन्दी में
हो गोरे रंग ते दुपट्टा काला लैण वालिये
हो तेरे टी डॉट गेडे कैली रहण वालिये
गोरे रंग ते दुपट्टा काला लैण वालिये
तेरे टी डॉट गेडे कैली रहण वालिये
हो गल पायेंगी तू नवा कोई पवाड़ा
हो गल पायेंगी तू नवा कोई पवाड़ा
जे गबरू ने रगड़ दित्ता हो फेर
आखी जावी पिछो चंगा माड़ा
जे गबरू ने रगड़ दित्ता हो फेर
आखी जावी पिछो चंगा माड़ा
जे गबरू ने रगड़ दित्ता हो फेर
आखी जावी पिछो चंगा माड़ा
जे गबरू ने रगड़ दित्ता …..
वे मेरा रेशमी शरीर पया गुन्देया
तू फ़ीम ते मैं खीर जिवे मुंडया
हो तेरा मेरा मेल कोई वी ना बणदा
हो मैनू मिलया खिताब सोहनी रन्न दा
चिट्टे दंद ज्यों पतासे मेरे आशिक ने खासे
मेरा पट्टेया ना खंग्या दुबारा
मैं निरी आ शराब नित्तरी
खाके डिग्ग जी ना सोहणया हुलारा
मैं निरी आ शराब नित्तरी
खाके डिग्ग जी ना सोहणया हुलारा
मैं निरी आ शराब नित्तरी
खाके डिग्ग जी ना सोहणया हुलारा
मैं निरी आ शराब नित्तरी….
हो तोबा राखी आ करा के नी तू टप्पी हाले हले ठारा
साम्भी जट्ट दी जागेरी पवौणा तू खलारा
तेरे हुसना सुणया मैं तोड़ बड़ी माड़ी
जिवे चोरी दी बंदूक विच मोटी गोली चढ़ी
खाली मित्र दा खाली मित्र दा खाली मित्र दा
खाली मित्र दा रहिंदा ए चुबारा
जे गबरू ने रगड़ दित्ता
हो फेर आखी जावी पिछो चंगा माड़ा
जे गबरू ने रगड़ दित्ता
हो फेर आखी जावी पिछो चंगा माड़ा
जे गबरू ने रगड़ दित्ता
हो फेर आखी जावी पिछो चंगा माड़ा
अख काशनी ते अक्खां जिवे लहर वे
सूट फसवे जे पाके लग्गा जहर वे
अख काशनी ते अक्खां जिवे लहर वे
सूट फसवे जे पाके लग्गा जहर
हो तोर तुरां दब्ब दब्ब
रखां पैर फब फब फब
टोले कुड़िया दे करदे खारा
टोले कुड़िया दे करदे खारा
मैं निरी आ शराब नित्तरी
खाके डिग्ग जी ना सोहणया हुलारा
मैं निरी आ शराब नित्तरी
खाके डिग्ग जी ना सोहणया हुलारा
मैं निरी आ शराब नित्तरी
जे गबरू ने रगड़ दित्ता
फेर आखी जावी पिछो चंगा माड़ा
जे गबरू ने रगड़ दित्ता
फेर आखी जावी पिछो चंगा माड़ा
खाके डिग्ग जी ना सोहणया हुलारा
मैं निरी आ शराब नित्तरी
खाके डिग्ग जी ना सोहणया हुलारा
मैं निरी आ शराब नित्तरी…………