निरंकारी सतगुरु माता सविन्दर हरदेव जी महाराज जी को श्रद्धांजलि रूप में निरंकारी गीत / भजन शुकराना लिरिक्स हिन्दी में अब जस्ट लिरिक्स पर उपलव्ध हैं ।
इस निरंकारी गीत / भजन को जतिन वासवानी जी ने गाया है। विवेक शौक जी, लक्की नूर जी, नवप्रीत भोगल जी और यू के मण्डली ब्रांच ने इस भजन के लिरिक्स लिखे हैं ।
निरंकारी गीत / भजन के बारे में जानकारी
क्र.सं. | विषय | जानकारी |
---|---|---|
1 | गीत/भजन का नाम | शुकराना |
2 | गायक | जतिन वासवानी जी |
3 | लेखक | विवेक शौक जी, लक्की नूर जी, नवप्रीत भोगल जी और यू के मण्डली ब्रांच |
4 | प्रकाशक | Shobhit Banwait |
5 | copyright | सन्त निरंकारी मिशन |
निरंकारी गीत / भजन शुकराना विडियो
निरंकारी गीत / भजन शुकराना लिरिक्स हिन्दी में
शुकराना करां, माँ तेरा, माँ तेरा
शुकराना करां, माँ तेरा………
आ आ आ आ आ
शुक्र करां मैं तेरा माँ
शुक्र करां मैं तेरा माँ
हर पल हर दम हर घड़ी
शुक्र करां मैं तेरा माँ…..
शुक्र करां मैं तेरा माँ —2
हर पल हर दम हर घड़ी
शुक्र करां मैं तेरा माँ…..
मेरी गलतियों का नहीं अंत कोई
तेरी रहमतों की भी गिनती कहां है
मेरी गलतियों का नहीं अंत कोई
तेरी रहमतों की भी गिनती कहां है
ना तुझसा ही कोई गुजारा ना होगा
ना मुझ सा ही कोई गुनाहगार होगा
ना तुझसा ही दाता कोई मेहरबान है –2
शुकराना करां, माँ तेरा, माँ तेरा
शुकराना करां, माँ तेरा………
आ आ आआआ…………….
महरम तू है माँ तू ही रब्ब
तुझ से रोशन सुबह ओ शाम
महरम तू है माँ तू ही रब्ब
तुझ से रोशन सुबह ओ शाम
तेरे चरणां दी खाक सजणा
तेरे चरणां दी खाक सजणा
मेरी मैं करदे राख़ सजणा
नाते मन दे ने सब झूठे
नाते मन दे ने सब झूठे
इक सच्चा तेरा साथ सजणा
तेरे चरणां दी खाक सजणा
मेरी मैं करदे राख़ सजणा
छुप जाओ तुम जाके कहीं भी
लेकिन पहचाने जाओगे
माँ का चेहरा साहिब तेरा
माँ का चेहरा साहिब तेरा
चेहरा लगता है
महफ़िल में माजूद है आका
ऐसा लगता है
नज़र में रहते हो जब तुम नजर नहीं आते
नज़र में रहते हो जब तुम नजर नहीं आते
ये दिल मिलाते हैं, ये दिल मिलाते हैं
जब तेरे बन जाते हैं
नज़र में रहते हो जब तुम नजर नहीं आते
नज़र में रहते हो जब तुम नजर नहीं आते
तू ही निरंकार तू ही
तू ही निरंकार तू ही–2