निरंकारी गीत / भजन आप यूँ मुझपे मेहरबान हुए जाते हैं लिरिक्स हिन्दी में अब जस्ट लिरिक्स पर उपलब्ध हैं । यह एक धार्मिक निरंकारी भजन/गीत है । इस निरंकारी भजन/ गीत को पूज्य विवेक धीर जी ने गाया है और पूज्य रोशन देहलवी जी ने इसके शब्द लिखे हैं । यह निरंकारी भजन/गीत महफ़िल ए रूहानियत के एपिसोड 3 (Mehfil-E-Ruhaniyat episod-3) से है।
Sr. No. | Particulars | Detail |
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1 | गीत/भजन का नाम | आप यूँ मुझपे मेहरवान हुए जाते हैं |
2 | गायन | पूज्य विवेक धीर जी |
3 | लेखन | पूज्य रोशन देहलवी जी |
4 | उपलक्ष्य/एल्बम | महफ़िल ए रूहानियत के एपिसोड 3 (Mehfil-E-Ruhaniyat episod-3) |
5 | तारीख | 24 जुलाई 2022 |
6 | copyright | Sant Nirankari Mission |
आप यूँ मुझपे मेहरबान हुए जाते हैं लिरिक्स हिन्दी में
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आप यूँ मुझपे मेहरबान हुए जाते हैं
आप यूँ मुझपे मेहरवा न हुए जाते हैं
मेरे सब मरहले आसान हुए जाते हैं
आप यूँ मुझपे मेहरवान हुए जाते हैं
आप यूँ मुझपे………..
मैंने देखा है नहीं जिनका ठिकाना कोई
मैंने देखा है नहीं जिनका ठिकाना कोई
तेरे दरबार के महमान हुए जाते हैं
तेरे दरबार के महमान हुए जाते हैं
मेरे सब मरहले आसान हुए जाते हैं
आप यूँ मुझपे………..
हम तो हस लेते है दुःख में भी तेरी रहमत से
हम तो हस लेते है दुःख में भी तेरी रहमत से
लोग सुख में भी परेशान हुए जाते हैं
लोग सुख में भी परेशान हुए जाते हैं
मेरे सब मरहले आसान हुए जाते हैं
आप यूँ मुझपे………..
ख्याब में भी कभी सोचे नहीं थे रोशन
ख्याब में भी कभी सोचे नहीं थे रोशन
वो हकीकत मेरे अरमान हुए जाते हैं
वो हकीकत मेरे अरमान हुए जाते हैं
मेरे सब मरहले आसान हुए जाते हैं
आप यूँ मुझपे मेहरबान हुए जाते हैं
आप यूँ मुझपे मेहरवान हुए जाते हैं —2