निरंकारी गीत / भजन रहबर तेरे चरणों में लिरिक्स हिन्दी में जस्ट लिरिक्स पर उपलब्ध हैं । इस निरंकारी गीत को कमल खान जी ने अपने मधुर सुरों से सजाया है और विवेक शौक़ जी ने इसके लिरिक्स लिखे है ।
निरंकारी गीत / भजन के बारे में जानकारी
क्र.सं. | विषय | जानकारी |
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1 | गीत/भजन का नाम | रहबर तेरे चरणों में |
2 | गायन | कमल खान जी |
3 | लेखन | विवेक शौक जी |
4 | उपलक्ष्य/एल्बम | तेरा एहसास रहे |
5 | तारीख | 24 अगस्त 2022 |
6 | copyright | सन्त निरंकारी मिशन |
निरंकारी गीत रहबर तेरे चरणों में लीरिक्स की विडियो
निरंकारी गीत रहबर तेरे चरणों में लिरिक्स हिन्दी में
इक इक सांस विवेक
इक इक सांस विवेक
इसी का दिया है
जो मैं लेता हूँ
अरे अपना आप जताने को
अब और ये क्या एहसान करे
अपना आप जताने को
अब और ये क्या एहसान करे
रहबर तेरे चरणों में….
हर स्वास गुजर जाए
जिस स्वास तुझे भूलूँ….
जिस स्वास तुझे भूलूँ….
वो स्वास ठहर जाए
रहबर तेरे चरणों में….
हर स्वास गुजर जाए
रहबर तेरे चरणों में….
हर स्वास गुजर जाए
सभ छोड़ के मोह माया …..
इक तुझ संग प्यार रहे…
सभ छोड़ के मोह माया …..
इक तुझ संग प्यार रहे…
दुनिया का भरोसा क्या
तेरा ऐतबार रहे
तेरा ऐतबार रहे
तू ही तो है जो अपना
बनके ना मुकर जाए
तू ही तो है जो अपना
बनके ना मुकर जाए
जिस स्वास तुझे भूलूँ….
जिस स्वास तुझे भूलूँ….
वो स्वास ठहर जाए
रहबर तेरे चरणों में….
हर स्वास गुजर जाए
रहबर तेरे चरणों में….
हर स्वास गुजर जाए
दुनिया में जिसे अपना
समझा वो न बन पाया
दुनिया में जिसे अपना
समझा वो न बन पाया
जब दिल ने तमन्ना की
मुर्शद ने यह समझाया
मुर्शद ने यह समझाया
दुनिया एक सपना है
जो सुबह बिखर जाए
दुनिया एक सपना है
जो सुबह बिखर जाए
जिस स्वास तुझे भूलूँ….
जिस स्वास तुझे भूलूँ….
वो स्वास ठहर जाए
रहबर तेरे चरणों में….
हर स्वास गुजर जाए
रहबर तेरे चरणों में….
हर स्वास गुजर जाए
तुझे चाहने वाले को
चाहत ना रहे कोई
तुझे चाहने वाले को
चाहत ना रहे कोई
तुझे भूलने वाले
राहत ना रहे कोई
राहत ना रहे कोई
तुझे पाके भुला दे जो
इन्सा वो किधर जाए
तुझे पाके भुला दे जो
इन्सा वो किधर जाए
जिस स्वास तुझे भूलूँ….
जिस स्वास तुझे भूलूँ….
वो स्वास ठहर जाए
रहबर तेरे चरणों में….
हर स्वास गुजर जाए
रहबर तेरे चरणों में….
हर स्वास गुजर जाए
मुझे तेरा सहारा है
मैं और किधर जाऊँ
मुझे तेरा सहारा है
मैं और किधर जाऊँ
तू है तो विवेक भी है
बिन तेरे मैं मर जाऊँ
बिन तेरे मैं मर जाऊँ
क्या मोल शरीरों का
गर आत्मा मर जाए
क्या मोल शरीरों का
गर आत्मा मर जाए
जिस स्वास तुझे भूलूँ….
जिस स्वास तुझे भूलूँ….
वो स्वास ठहर जाए
रहबर तेरे चरणों में….
हर स्वास गुजर जाए
रहबर तेरे चरणों में….
हर स्वास गुजर जाए
Nice
Realy very heart touching song holly satguru mata sudiksha ji always blessed all
Very great and lovely Bhajan