29 नम्वबर 2023 लेटेस्ट पंजाबी धार्मिक गीत शुकर लिरिक्स हिन्दी में अब जस्ट लिरिक्स पर उपलब्ध हैं । इस पंजाबी धार्मिक गीत के लिरिक्स तरसेम जस्सड़ जी ने लिखे हैं और तरसेम जस्सड़ जी ने ही अपने सुरों से सजाया है ।
लेटेस्ट पंजाबी धार्मिक गीत की जानकारी
क्र.सं. | विषय | जानकारी |
---|---|---|
1 | गीत का नाम | शुकर |
2 | गायक | तरसेम जस्सड़ जी |
3 | लेखक | तरसेम जस्सड़ जी |
4 | प्रकाशक | VehliJantaRecords |
5 | तारीख | 29 नम्वबर 2023 |
लेटेस्ट पंजाबी धार्मिक गीत शुकर लिरिक्स की वीडियो
लेटेस्ट पंजाबी धार्मिक गीत शुकर लिरिक्स हिन्दी में
शुकर ए रब्बा शुकर ए रब्बा
शुकर ए रब्बा शुकर ए रब्बा……2
तेरा शुकर ए रब्बा शुकर ए रब्बा
दित्ता ए बड़ा दित्ता ए बड़ा
शुकर ए रब्बा शुकर ए रब्बा
दित्ता ए बड़ा दित्ता ए बड़ा
तेरा शुकर ए रब्बा शुकर ए रब्बा
दित्ता ए बड़ा दित्ता ए बड़ा
शुकर ए रब्बा शुकर ए रब्बा
दित्ता ए बड़ा दित्ता ए बड़ा
उत्ते वल वेखां तां अखीर नहीयों कोई
जेहड़ा वन्दे नूं रज़ावे ऐसा सीर नहीयों कोई
फक्करां दे वरर्ग फकीर नहीयों कोई
हरामदी कमाई दी लकीर नहीयों कोई
जेहड़ा कदे वी नां मरे शरीर नहीयों कोई
जेहड़ा मुकदा नी बहणों ऐसा नीर नहीयों कोई
हार्डवर्क अग्गे कदे तकदीर ना खलोई
बड्डेगाँ वी ओही जेहड़ा आज्ज जान्ना बोई
शुकर ए रब्बा शुकर ए रब्बा
दित्ता ए बड़ा दित्ता ए बड़ा
शुकर ए रब्बा शुकर ए रब्बा
दित्ता ए बड़ा दित्ता ए बड़ा
एतराज तो अक्सर करता हूँ
के तूनें यह नहीं दिया
पर जब गौर से खुद को देखा
तो पता चला के तूने दिया क्या है
तो यही दिल से आवाज आई
के जितना तुम्हे मिला
तूने इतना भी किया क्या है
कईयाँ दी ओह दुआ ए
ते कईयाँ दी सलाम ए
कईयाँ दी ओह फ़तेह आ
ते कईयाँ दी राम राम ए
जिन्ने ओहदे नाम ए
सारे परवान ए
तेरे लई जो खास ए
ओह मालिक लई आम ए
किसे दी ख़ुशी नाम ए
किसे दी ख़ुशी जाम ए
तेरी जेहडी जंग ए
ओह तेरे ही बेनाम ए
पर्दे च पाप एत्थे पुन्न शरेआम ए
ईर्खा ने कर देणा खुशी नूं हराम ए
सभ कुझ फेक बाकी कल्ला सच्च नाम ए
बण दे ने शाह कई बण दे गुलाम ए
हिस्से आली दुनियाँ ते हिस्से दा मकाम ए
दे दिन्ना तूं जे ओह जगदा ईमान ए
शुकर ए रब्बा शुकर ए रब्बा
दित्ता ए बड़ा दित्ता ए बड़ा
शुकर ए रब्बा शुकर ए रब्बा
दित्ता ए बड़ा दित्ता ए बड़ा
पहलयाँ पैहरा च कई उठ जांदे नें
आप्पे सिर शुक्रा च झुक जांदे नें
जस्सड दे लफ्ज वी मुक जांदे नें
तैथों मंग के ही जुड़ तुक्क जांदे नें
एह साह एह हवा एह वे मुल्ला पाणी
एह धुप एह चुप एह ज़िन्दगी कहाणी
असीं झल्ले कल्ले तूं बणे हाणी
तूं सच्च सच्ची तेरी वाणी
शुकर ए रब्बा शुकर ए रब्बा
दित्ता ए बड़ा दित्ता ए बड़ा
शुकर ए रब्बा शुकर ए रब्बा
दित्ता ए बड़ा दित्ता ए बड़ा
शुकर ए रब्बा शुकर ए रब्बा
दित्ता ए बड़ा दित्ता ए बड़ा
शुकर ए रब्बा शुकर ए रब्बा
दित्ता ए बड़ा दित्ता ए बड़ा…..