10 जुलाई 2024 पंजाबी धार्मिक गीत बाणी तेरी लिरिक्स हिन्दी में अब जस्ट लिरिक्स पर उपलब्ध हैं। इस पंजाबी धार्मिक गीत के लिरिक्स वीत बलजीत जी ने लिखें है और कमल खान जी ने अपने सुरों से सजाया है।
पंजाबी धार्मिक गीत की जानकारी
क्र.सं. | विषय | जानकारी |
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1 | गीत का नाम | बाणी तेरी |
2 | गायक | कमल खान जी |
3 | लेखक | वीत बलजीत जी |
4 | प्रकाशक | Tarn Jagpal Films |
5 | प्रकाशन तिथि | 10 जुलाई 2024 |
पंजाबी धार्मिक गीत बाणी तेरी लिरिक्स की विडियो
पंजाबी धार्मिक गीत बाणी तेरी लिरिक्स हिन्दी में
गुरु का दर्शन देख देख जीवां
गुरु के चरण धोये धोये पीवां
सच्चेपातशाह बाणी तेरी
जग्ग नू तार दे थक्कदी ना
जग्ग नू तार दे थक्कदी ना
जरे जरे विच वास है तेरा
तैथों बिन गल कख दी ना
सच्चेपातशाह बाणी तेरी
उतर गया मेरे मन का संसा
गुरु का जदों ज्ञान होया
बाणी अंदर सभ कुज है
जद मन अंतर ध्यान होया
जद मन अंतर ध्यान होया
उसते औखे ते मोटी उग्ग गये
बैली जेहडी बट्ट दी ना
जरे जरे विच वास है तेरा
तैथों बिन गल कख दी ना
सच्चेपातशाह बाणी तेरी
विश्वास मेरे दा धागां तूं ऐ
तुध बिन खुप्प हनेर दिसे
ज्ञान तेरा मेरा चान्नण होया
चान्नण की सवेर दिसे
हो काले अक्खरा नू की पढ़णा
जिहना विच गल सच्च दी ना
जिहना विच गल सच्च दी ना
जरे जरे विच वास है तेरा
तैथों बिन गल कख दी ना
सच्चेपातशाह बाणी तेरी
सतनाम वाहेगुरु जी सतनाम वाहेगुरु जी
सतनाम वाहेगुरु जी ……