हम जस्ट लिरिक्स पर आपको रुल्ला दिया कुल्ला लिरिक्स हिन्दी में उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। यह एक पहाड़ी लोकगाथा पर आधारित है।
ये गाथा हिमाचल के पुरातन प्रदेश विजयपुर की है। जहाँ एक बार भयंकर अकाल पड़ा और बिना पानी के प्रजा का तड़पना वहां के राजा के चिंता का कारण बन गया
राजा अत्यंत दुखी हुआ पर उसकी समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करे ?
इसी दौरान एक रात राजा ने नींद में स्वप्न देखा और सपने में रूल कुल देवी प्रकट हुई और राजा ने अपना दुःख देवी को बताया और उसके समाधान के लिए प्राथना की। तो देवी ने राजा से पुत्र की बलि मांगी ,पर राजा ने अपना वंस चलाने से इंकार कर दिया।
फिर देवी ने एक बिल्ली की बलि मांगी; तो राजा ने सात जन्म नर्क भोगने के डर से इंकार कर दिया।
इस पर देवी ने घर की बोंकर (झाड़ू) मांगी तो राजा ने घर से लक्ष्मी के चले जाने के डर से एक बार फिर इंकार कर दिया। इस पर देवी ने अंत में पुत्र वधु की बलि मांगी तो राजा ने हाँ कर दी।
क. सं. | विषय | जानकारी |
1 | गीत का नाम | रुल्ला दिया कुल्ला |
2. | गीतकार | श्री करनैल राणा |
3. | गीत नामपत्र | JMC |
4. | एल्बम | चम्बे पतन्ने दो बेड़ियाँ |
रुल्ला दिया कुल्ला लिरिक्स हिन्दी में
सुते जे राणै ओ राती , सुपना जे होया
सुते जे राणै ओ राती , सुपना जे होया
रुल्ला दिया कुल्ला वो बल लई वो लेणी
अधी अधी राती ओ राणै , हुक्म जे फेरेया
अधी अधी राती ओ राणै , हुक्म जे फेरेया
रुल्ला दिया कुल्ला वो जतरां, जाई वो रईआं
लिखिया परवाना वो सौरे , नूहाँ जो भेजेया
लिखिया परवाना वो सौरे, नूहाँ जो भेजेया
रुल्ला दिया कुल्ला वो जतरां , जाई वो रईआं
दीये दिया लोई वो गोरिया , कागद पढ़या
दीये दिया लोई वो गोरिया , कागद पढ़या
नैणां ते छम छम , रोई वो रही ऐ
चुकया घड़ोलू ओ गोरी , पाणिये जो चली ऐ
चुकेया घड़ोलू ओ गोरी , पाणिये जो चली ऐ
क्रीड़ा कां वो बोले वो बेरी साहमणै
तू कजो बोलदा वो भाईआ , बण देया पंछीया
तू कजो बोलदा वो भाईआ , बण देया पंछीया
सौरे दा लिखिया वो मिंजो , मिली वो गया
देयां नी माये वो मेरे , अंगे दियाँ कपड़यां
देयां नी माये वो मेरे , अंगे दियाँ कपड़यां
रुल्ला दिया कुल्ला वो जतरां, जाई वो रईआं
अज मत जांदी ओ मेरिये , जेठिये धीए
अज मत जांदी ओ मेरिये , जेठिये धीए
मंगलवार बेरी करडा हुँदा
ससु दा लिखिया हुँदा , हुण मोड़ी भेजदी
ससु दा लिखिया हुँदा , हुण मोड़ी भेजदी
सौरे दा लिखिया वो कियाँ मोड़ना
rul kul song lyrics in Hindi
चारा काहारां ने डोला जे पीड़या
चारा काहारां ने डोला जे पीड़या
गोरी तां छम-छम रोई वो रईये
लत्ता भी चिणयां वो भाईओ , लक्के भी चिणयो
लत्ता भी चिणयां वो भाईओ , लक्के भी चिणयो
मुंडयां ठेस मत लाई वो रैहंदे
इसा ता बत्ता वो मेरे , माँपयां ने लंगणा
इसा ता बत्ता वो मेरे , माँपयां ने लंगणा
जांदी ता वार गले मिली वो लइए
लक्के भी चिणयां वो भाईओ , मुंडेयां चिणयो
लक्के भी चिणयां वो भाईओ , मुंडेयां चिणयो
मुएँ जो ठेस मत लाई वो रैहंदे
इसा ता बत्ता वो मेरे , कंते ने लंगणा
इसा ता बत्ता वो मेरे , कंते ने लंगणा
जांदी ता वार गल्लां करी वो लइए
भरी भरी बगयां वो भैणे रुल्ला दिए कुल्ले
भरी भरी बगयां वो भैणे रुल्ला दिए कुल्ले
रुल्ला दिया कुल्ला वो बल लई वो लई ए
तुसा कजो रोंदे वो मेरे , बण देओ पैंछिओ
तुसा कजो रोंदे वो मेरे , बण देओ पैंछिओ
रुल्ला दिया कुल्ला वो पानी पी वो लेणा
सोरे जो मिलणियां नूहाँ होर बथेरियां
सोरे जो मिलणियां नूहाँ होर बथेरियां
माँपयां जो धी नहींओ मिलणी
माँपयां जो धी नहींओ मिलणी –4
रुल्ला दिया कुल्ला विडियो
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