6 अगस्त 2022 को प्रकाशित महफ़िल ए रूहानियत एपिसोड 4 के दूसरे निरंकारी गीत / भजन तेरी तलियाँ दी छावें लिरिक्स हिन्दी में अब जस्ट लिरिक्स पर उपलव्ध हैं । इस निरंकारी गीत / भजन को शुभदीप गांधी जी ने गाया है और के. एल . जोहर जी ने लिखा है ।
निरंकारी गीत भजन के बारे में जानकारी
Sr. No. | Particulars | Detail |
---|---|---|
1 | गीत/भजन का नाम | तेरी तलियाँ दी छावें |
2 | गायन | शुभदीप गांधी जी |
3 | लेखन | के. एल . जोहर जी |
4 | उपलक्ष्य/एल्बम | महफ़िल ए रूहानियत के एपिसोड 4 (Mehfil-E-Ruhaniyat episod-4) |
5 | तारीख | 6 अगस्त 2022 |
6 | copyright | Sant Nirankari Mission |
निरंकारी गीत भजन तू जो वी बक्श्या ए लिरिक्स की विडियो
निरंकारी गीत भजन तेरी तलियाँ दी छावें लिरिक्स हिन्दी में
तेरी तलियाँ दी छावें ओ दाता
सुख दी नीन्दर असीं सो गए
सो गए ………….
तेरी तलियाँ दी छावें ओ दाता
सुख दी नीन्दर असीं सो गए
सो गए ………….
खुशियाँ चल के मेरे घर ने आईयां
जद तों दाता तेरे हो गए
हो गए ……………
चुक के धरती दा नाचीज़ कतरा
एहने सागर च आण मिलाया
चुक के धरती दा नाचीज़ कतरा
एहने सागर च आण मिलाया
जिहनू किधरे वी थां नी सी मिलदी
निज घर च है आण वसाया
तेरी चरणा दी धूड़ी दे ज़र्रे
मैल दिल दी मेरी धो गए
धो गए …..
तेरी तलियाँ दी छावें ओ दाता
सुख दी नीन्दर असीं सो गए
सो गए ………….
जित्थे डर नईं खिज़ावां दा लोको
उस थांह ते मेरा आशियाना
जित्थे डर नईं खिज़ावां दा लोको
उस थांह ते मेरा आशियाना
मैं ते मिटणा है इक दिन जहां तों
कदी मिटणा नी मेरा ठिकाणा
हुण ता इक सतगुरु मन विच वसया
मेरी होशां चों मिट दो गए
दो गए …..
तेरी तलियाँ दी छावें ओ दाता
सुख दी नीन्दर असीं सो गए
सो गए ………….
आज खिड़ खिड़ के हसियां ने सदरां
ना ख़ुशी होर दिल विच समाए
आज खिड़ खिड़ के हसियां ने सदरां
ना ख़ुशी होर दिल विच समाए
ओहनू विकारां ने की ए लुटना
खुद नु दर ते जो इसदे लुटाए
आज ते पत्त्थर वी बण गए ने जोहर
तेरे चरणा नू जो छोह गए
छो गए …..
तेरी तलियाँ दी छावें ओ दाता
सुख दी नीन्दर असीं सो गए
सो गए ………….
खुशियाँ चल के मेरे घर ने आईयां
जद तों दाता तेरे हो गए
हो गए ……………
तेरी तलियाँ दी छावें ओ दाता
सुख दी नीन्दर असीं सो गए
सो गए ………….