सन्त निरंकारी मिशन के भक्ति भरे गीत / भजन किताब ए गुरमत के लिरिक्स हिन्दी में अब जस्ट लिरिक्स पर उपलब्ध हैं । इस निरंकारी गीत के बारे में और अधिक जानकारी के लिए हमें अभी तक कुछ प्राप्त नहीं हो पाया है, इसलिए हम हर जगह सन्त निरंकारी मिशन को ही सारे श्रेय दे रहे हैं । यदि आपको इसके बारे में अधिक जानकारे हो तो आप हमें अवश्य बताने की कृपा करें ताकि हमारे पाठकों तक अधिक से अधिक सटीक जानकारी पहुँच सके।
निरंकारी गीत / भजन के बारे में जानकारी
क्र.सं. | विषय | जानकारी |
---|---|---|
1 | गीत/भजन का नाम | किताब ए गुरमत |
2 | गायक | सन्त निरंकारी मिशन |
3 | लेखक | सन्त निरंकारी मिशन |
4 | उपलक्ष्य/एल्बम | सन्त निरंकारी मिशन |
5 | copyright | सन्त निरंकारी मिशन |
निरंकारी गीत / भजन किताब ए गुरमत की विडियो
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निरंकारी गीत / भजन किताब ए गुरमत लिरिक्स हिन्दी में
किताब ए गुरमत मिली है तुझको
तू पढ़के जीवन सजा लिया कर
नहीं जो आता यह इल्म तुझको
तो आलिमों से पढ़ा लिया कर
किताब ए गुरमत मिली है तुझको
तू पढ़के जीवन सजा लिया कर
जहां हो दौलत जहां हो ताकत
हजारों सजदे किए हैं तूने
जो मुफलिसी में मिले ये साहिब
वहां भी गर्दन झुका लिया कर
किताब ए गुरमत मिली है तुझको
तू पढ़के जीवन सजा लिया कर
है काम अच्छा दिए जलाना
मगर है दामन को भी बचाना
दिखाने को झूठी शान ओ शौकत
ना आग घर में लगा लिया कर
किताब ए गुरमत मिली है तुझको
तू पढ़के जीवन सजा लिया कर
शाम को भी खाक मिलाए
मजलूम बेबस की बद्दुआएं
हंसा के रोते उठा के गिरते
हर एक दिल की दुआ लिया कर
किताब ए गुरमत मिली है तुझको
तू पढ़के जीवन सजा लिया कर
किताब ए गुरमत मिली है तुझको
तू पढ़के जीवन सजा लिया कर
नहीं जो आता यह इल्म तुझको
तो आलिमों से पढ़ा लिया कर
किताब ए गुरमत मिली है तुझको
तू पढ़के जीवन सजा लिया कर
जहां हो दौलत जहां हो ताकत
हजारों सजदे किए हैं तूने
जो मुफलिसी में मिले ये साहिब
वहां भी गर्दन झुका लिया कर
किताब ए गुरमत मिली है तुझको
तू पढ़के जीवन सजा लिया कर
है काम अच्छा दिए जलाना
मगर है दामन को भी बचाना
दिखाने को झूठी शान ओ शौकत
ना आग घर में लगा लिया कर
किताब ए गुरमत मिली है तुझको
तू पढ़के जीवन सजा लिया कर
शाम को भी खाक मिलाए
मजलूम बेबस की बद्दुआएं
हंसा के रोते उठा के गिरते
हर एक दिल की दुआ लिया कर
किताब ए गुरमत मिली है तुझको
तू पढ़के जीवन सजा लिया कर