हर स्वास में हो सिमरन तेरा लीरिक्स हिन्दी में आपको जस्ट लीरिक्स वैबसाइट पर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। यह एक निरंकारी गीत है जिसमें हर एक स्वास में सुमिरन की कामना की गई है।
गीत के बारे में जानकारी
क्रम सं. | विषय | जानकारी |
1 | गीत का नाम | हर स्वास में हो सिमरन तेरा |
2 | लेखक | बनवारी जी |
3 | गीतकार | पवनप्रीत जी |
4 | संगीत प्रबन्धक | डा. विनोद गंधर्व जी |
5 | एल्बम | महफ़िल – ए – रुहानियत (एपिसोड-1) |
6 | प्रकाशित कर्ता | सन्त निरंकारी मण्डल (रजि.), दिल्ली |
हर स्वास में हो सिमरन तेरा लीरिक्स हिन्दी में
हर स्वास में हो सिमरन तेरा
यूं बीत जाए जीवन मेरा
हर स्वास में हो सिमरन तेरा
यूं बीत जाए जीवन मेरा
हर स्वास में हो सिमरन तेरा
यूं बीत जाए जीवन मेरा
तेरी करते बीते साँझ सवेरा
हर स्वांस में हो सिमरन तेरा
यूं बीत जाए जीवन मेरा
नैनों की खिड़की से तुझको पल पल मैं निहारूँ
नैनों की खिड़की से तुझको पल पल मैं निहारूँ
मन में बिठाऊँ तेरी आरती उतारूँ
मन में बिठाऊँ तेरी आरती उतारूँ
डाले राहून तेरे चरणों में डेरा
यूं बीत जाए जीवन मेरा
हर स्वास में हो सिमरन तेरा
यूं बीत जाए जीवन मेरा
प्यार हो सत्कार हो ऐतवार हो तुम्हारा
प्यार हो सत्कार हो ऐतवार हो तुम्हारा
सुख भी हों सारे और याद हो इशारा
सुख भी हों सारे और याद हो इशारा
हो आत्मा पर तेरा डेरा
यूं बीत जाए जीवन मेरा
हर स्वास में हो सिमरन तेरा
यूं बीत जाए जीवन मेरा
जो भी तेरा प्यारा हो वो मेरे दिल को प्यारा हो
जो भी तेरा प्यारा हो वो मेरे दिल को प्यारा हो
मेरे सिर का ताज़ मेरी अखियों का तारा हो
मेरे सिर का ताज़ मेरी अखियों का तारा हो
सब में निहारूँ रूप सुनहरा
यूं बीत जाए जीवन मेरा
हर स्वास में हो सिमरन तेरा
यूं बीत जाए जीवन मेरा
बनवारी मैं तेरे दर पे काटूँ ज़िंदगानी
बनवारी मैं तेरे दर पे काटूँ ज़िंदगानी
मेरे सतगुरु करदो ऐसी मेहरबानी
मेरे सतगुरु करदो ऐसी मेहरबानी
हर डैम हो तेरे दर पे बसेरा
यूं बीत जाए जीवन मेरा
हर स्वास में हो सिमरन तेरा
यूं बीत जाए जीवन मेरा